DESCRIPTION:- सभी रागनी प्रेमिये को ललित जांगड़ा की तरफ से राम राम , हमारी संस्कृति को कायम रखने में एक छोटा सा सहयोग कर रहा हु , जो हमारे महा कलाकारों की लिखी हुई गयी हुई रागनी, भजन , सांग और अन्य अस्त लिखी कवियों की कलम दवारा पिरोये हुवे छंद आपके सामने ला रहा हु , जो आपको और हमारे कलाकारों का सहयोग करेंगी , आप सब का तह दिल से धन्यवाद्

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इसाए जी हो गरीब्बां जो अन्न पाणी वो दास इसीए हो सै भूख जयसिंह इसी एक होया कर प्यास

  इसाए जी हो गरीब्बां जो अन्न पाणी वो दास इसीए हो सै भूख जयसिंह इसी एक होया कर प्यास सांप के पिलाणे तैं भाई बणै दूध का जहर प्यार मोहब्बत असन...

मात, पिता और भाई, ब्याही, सब नकली परिवार दुनियां के म्हं बड़ा बताया पगड़ी बदला यार

  मात, पिता और भाई, ब्याही, सब नकली परिवार दुनियां के म्हं बड़ा बताया पगड़ी बदला यार किरसन और सुदामा यारी लाए सुणे हों एक ब्राह्मण और एक हीर...

मेरा जोबन, तन, मन बिघन करै, कुछ जतन बणा मेरी सास दिन रैन चैन नहीं पिया बिना, छ: ऋतु बारहा मास

  मेरा जोबन, तन, मन बिघन करै, कुछ जतन बणा मेरी सास दिन रैन चैन नहीं पिया बिना, छ: ऋतु बारहा मास चैत्त चाहता चित चोर को चले गए चतर सुजान चित ...

जमाना ही चोर है, पक्षी-पाखेरू क्या ढोर है

जमाना ही चोर है, पक्षी-पाखेरू क्या ढोर है कोये-कोये चोर है जग म्हं लीलो आने और दो आने का जवाहर का चोर है कोय, कोय है चोर खजाने का जिसी चोरी ...

हे तूं बालम के घर जाइये चंद्रमा, जाइये चंद्रमा और के चाहिये चंद्रमा

हे तूं बालम के घर जाइये चंद्रमा, जाइये चंद्रमा और के चाहिये चंद्रमा आज सखीयां तैं चाली पट, दो बात सुणैं नैं म्हारी डट घूंघट तणना मुश्किल, बो...

कलम घिसे और दवात सुकज्या हरफ लिखणियां थक ले रै मेरी इसी पढ़ाई नैं कौणा लिखणियां लिख ले

  कलम घिसे और दवात सुकज्या हरफ लिखणियां थक ले रै मेरी इसी पढ़ाई नैं कौणा लिखणियां लिख ले इतणै भूक्खा मरणा हो इतणै वा झाल मिलै ना गुमसुम रहैग...

मेरी बेट्टी यू के हाल सासरै घाल्ली थी बनड़ी बणकै मेरे ढूंड तैं जा ली थी

मेरी बेट्टी यू के हाल सासरै घाल्ली थी बनड़ी बणकै मेरे ढूंड तैं जा ली थी जिसकी बेट्टी इसी दुखी वा क्यूकर जीवै मात काठ के कोयले होया करैं पेड़...

हळ जोतै खेत कमाबै जगपालन जमीदार हो सैं चाक घुमावै बास्सण तारै वोहे लोग कुम्हार हो सैं

हळ जोतै खेत कमाबै जगपालन जमीदार हो सैं हळ जोतै खेत कमाबै जगपालन जमीदार हो सैं चाक घुमावै बास्सण तारै वोहे लोग कुम्हार हो सैं क्यूं लागी मनैं...

पाक है मोहब्बत म्हारी ना हे बदमाशी हीरामल तैं पहल्यां मनैं टुटणा है फांसी

पाक है मोहब्बत म्हारी ना हे बदमाशी हीरामल तैं पहल्यां मनैं टुटणा है फांसी 1 पाक मोहब्बत दुनियां के म्हं सबतैं बड़ी करारी हो सै फेर जी के लेण...