पाक है मोहब्बत म्हारी ना हे बदमाशी
हीरामल तैं पहल्यां मनैं टुटणा है फांसी
1
पाक मोहब्बत दुनियां के म्हं सबतैं बड़ी करारी हो सै
फेर जी के लेणा हो सै जब अलग इलम का यारी हो सै
सबतैं बुरी बिमारी हो सै तपेदिक की खांसी
2
देख भाळ कै काम करो क्यूं खोट्टी मन म्हं ठाणता
इस महरग़ के मारयां नैं और कोए नहीं पिछाणता
हम जाणां या म्हारा जाणता म्हारी तबीयत की तलाशी
3
पाक मोहब्बत उलफत का बिलकुल झूठा पाळा होज्या
पहल्यां प्यार बणाले फेर साथ रहण का ढाळा होज्या
दरगाह म्हं मुंह काळा होज्या दुनियां करै हांसी
4
राम, रहीम म्हं फरक नहीं ना कोए किसे तैं हीणा हो सै
‘धनपत सिंह’ ओम’, अल्लाह का एक ही रकीणा हो सै
मथुरा वोहे, मदीणा हो सै, काबा वोहे कांशी
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सभी रागनी प्रेमिये को ललित जांगड़ा की तरफ से राम राम , हम हरियाणा वासी है और हमारी संस्कृति एक स्यान है, और मुझे गर्व है की में हरियाणा की पवन संस्कति में पला बड़ा हु , मेरी संगीत कला में बहुत बहुत रूचि है में एक अच्छा बैंजो प्लेयर भी हु हिसार जिले में थुराणा गॉव का रहने वाला हु ,
हमारी संस्कृति को कायम रखने में एक छोटा सा सहयोग कर रहा हु , जो हमारे महा कलाकारों की लिखी हुई गयी हुई रागनी, भजन , सांग और अन्य अस्त लिखी कवियों की कलम दवारा पिरोये हुवे छंद आपके सामने ला रहा हु , जो आपको और हमारे कलाकारों का सहयोग करेंगी ,
में २००५ से ब्लॉग्गिंग के बारे में पड़ता आ रहा था , पड़ते पड़ते मुझको भी इस फिल्ड में इंट्रेस्ट आने लगा ऐसे ऐसे होता रहा और में ब्लॉग्गिंग की दुनिआ में उतर पड़ा और देखते ही देखते ऐसी लत लग गई की इसके बिना मुझे नींद तक नहीं आती ये सब आप लोगो का प्यार है जो मुझे यहाँ तक खींच लाया |
आप सब का तह दिल से धन्यवाद्