कातिक बदी अमावस थी और दिन था खास दिवाली का आँख्यां के मा आँसू आगे घर देख्या जब हाली का १- कित्ते खीर, पूरी-मांडे; खुसबू हलवे की ऊठय् रही ए...
shree gyani ram लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
shree gyani ram लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं