गऊ माता रोके बोली या के जिंदगी स महारी ,आख्या के महा आंसू आज्या जै सुणो हकीकत सारी,..........
TEK- गऊ माता रोके बोली या के जिंदगी स महारी ,
आख्या के महा आंसू आज्या जै सुणो हकीकत सारी,..........
गऊ माता पाई आरा चले न्यू हत्थे में काटी जा स,
काट पिट के गऊ माता की चर्बी छाटी जासे,
चर्बी न्यारी हाडी न्यारी न्यू न्यारी छाटी जा से,
इतना बुरा हाल देख के न्यू छाती पति जा से ,
हिन्द देश का धर्म ख़त्म गऊ माता फेर पुकारी ,........
धरती माता एक गऊ माता ये धर्म से माँ कहलाई,
भारत माता एक जननी माता माता चार बताई,
बेटे आगे माँ कटज्या बेटा क्यूकर करे समाई,
भारत माँ की कैद छुटाली करके न लड़ाई ,
सुभास बोस तन्ने फर्क करया में रौऊ कैद बिचारी,........
हरफूल जाट जुलानी के तू कड़े दुब के मारग्या ,
गौ माता तेरी कटणं लागरी तू क्यूकर धोरे धरग्या,
वचन भरे थे रक्षा करूँगा भरके वचन तू फिरग्या ,
के पापी हुई नीत तेरी तू पापियों से डरग्या ,
जै मरग्या हो फेर जन्म ले गौ माता रुदन मचारी ,.........
जै म मरगी त सरे हिन्दू बेशक डूब मर जावे ,
हिन्दु धरम कित रहगया जब लोग गौ ने खावे,
मेरे सच्चे बेटे आके मेरी जान बचावे ,
इसे इसे है लाल मेरे जो पल म जान खपावे ,
सत्यवान कहे सरकी आला न करियो धर्म की हारी,.........
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सभी रागनी प्रेमिये को ललित जांगड़ा की तरफ से राम राम , हम हरियाणा वासी है और हमारी संस्कृति एक स्यान है, और मुझे गर्व है की में हरियाणा की पवन संस्कति में पला बड़ा हु , मेरी संगीत कला में बहुत बहुत रूचि है में एक अच्छा बैंजो प्लेयर भी हु हिसार जिले में थुराणा गॉव का रहने वाला हु ,
हमारी संस्कृति को कायम रखने में एक छोटा सा सहयोग कर रहा हु , जो हमारे महा कलाकारों की लिखी हुई गयी हुई रागनी, भजन , सांग और अन्य अस्त लिखी कवियों की कलम दवारा पिरोये हुवे छंद आपके सामने ला रहा हु , जो आपको और हमारे कलाकारों का सहयोग करेंगी ,
में २००५ से ब्लॉग्गिंग के बारे में पड़ता आ रहा था , पड़ते पड़ते मुझको भी इस फिल्ड में इंट्रेस्ट आने लगा ऐसे ऐसे होता रहा और में ब्लॉग्गिंग की दुनिआ में उतर पड़ा और देखते ही देखते ऐसी लत लग गई की इसके बिना मुझे नींद तक नहीं आती ये सब आप लोगो का प्यार है जो मुझे यहाँ तक खींच लाया |
आप सब का तह दिल से धन्यवाद्