DESCRIPTION:- सभी रागनी प्रेमिये को ललित जांगड़ा की तरफ से राम राम , हमारी संस्कृति को कायम रखने में एक छोटा सा सहयोग कर रहा हु , जो हमारे महा कलाकारों की लिखी हुई गयी हुई रागनी, भजन , सांग और अन्य अस्त लिखी कवियों की कलम दवारा पिरोये हुवे छंद आपके सामने ला रहा हु , जो आपको और हमारे कलाकारों का सहयोग करेंगी , आप सब का तह दिल से धन्यवाद्

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काशी जी का रूल काले, मरघट का मशूल काले________करले न कबूल काले ल्या के दिया रै

काशी जी का रूल काले, मरघट का मशूल काले
करले न कबूल काले ल्या के दिया रै ____टेक

सुणे ते सुणाऊ तनै दुखियारी का हाल
दुखियारी का एक पूत था वो भी करग्या काल
शमशाणा में रोवै सै हाय लाल मेरा लाल
चीर तो ले आया काले होग्ये जुल्म कमाल
उसकी खोट ना खता, वा दई गमा नै सता
जाके बुझादी चिता ,करके बज्जर का हियारै→...........



के बुझेगा काले रै किये जाता ना कहा 
बेवारस की राम ने भी ली ना दया
मेरे लेख है काले रै आज चांद सा गया
एक जणया था जेठा बेटा वो भी ना रहा
वा दुखियारी से खास, ल्याई शमशाना मे लाश
उसके पैसा नहीं पास, मनै चीर ले लिया रे.................


बेवारिस त कर मांग्या जब सोच करूं था
लेणा पड़ा जरूर मनै मै तेरे तै डरूं या
ऋषि के वचना में बंधके तेरी टहल करू था 
उस लड़के के बदले मरण नै त्यार फिरूं था
उसकी माता गई नाट, लिया हाथ पकड़ के डाट
मेरा आगा गई काट ना ते खोऊ था जिया रै..................


गुरु मान सिंह की मेहर लख्मीचन्द ज्ञान घूंटग्या
नाम से हरिचन्द मेरा भाण्डा फूटग्या
दुखियारी का एक लड़का था नाग लूटग्या
जिसकी छा में बैठ्या था वो पेड़ टूटग्या
आज आग्या वक्त आखिर उसकी कौण बघावें धीर
वा से मुझ दुखिया की बीर मैसूं उसका पिया रै.................


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सभी रागनी प्रेमिये को ललित जांगड़ा की तरफ से राम राम , हम हरियाणा वासी है और हमारी संस्कृति एक स्यान है, और मुझे गर्व है की में हरियाणा की पवन संस्कति में पला बड़ा हु , मेरी संगीत कला में बहुत बहुत रूचि है में एक अच्छा बैंजो प्लेयर भी हु हिसार जिले में थुराणा गॉव का रहने वाला हु ,

हमारी संस्कृति को कायम रखने में एक छोटा सा सहयोग कर रहा हु , जो हमारे महा कलाकारों की लिखी हुई गयी हुई रागनी, भजन , सांग और अन्य अस्त लिखी कवियों की कलम दवारा पिरोये हुवे छंद आपके सामने ला रहा हु , जो आपको और हमारे कलाकारों का सहयोग करेंगी ,


में २००५ से ब्लॉग्गिंग के बारे में पड़ता आ रहा था , पड़ते पड़ते मुझको भी इस फिल्ड में इंट्रेस्ट आने लगा ऐसे ऐसे होता रहा और में ब्लॉग्गिंग की दुनिआ में उतर पड़ा और देखते ही देखते ऐसी लत लग गई की इसके बिना मुझे नींद तक नहीं आती ये सब आप लोगो का प्यार है जो मुझे यहाँ तक खींच लाया |

आप सब का तह दिल से धन्यवाद्