DESCRIPTION:- सभी रागनी प्रेमिये को ललित जांगड़ा की तरफ से राम राम , हमारी संस्कृति को कायम रखने में एक छोटा सा सहयोग कर रहा हु , जो हमारे महा कलाकारों की लिखी हुई गयी हुई रागनी, भजन , सांग और अन्य अस्त लिखी कवियों की कलम दवारा पिरोये हुवे छंद आपके सामने ला रहा हु , जो आपको और हमारे कलाकारों का सहयोग करेंगी , आप सब का तह दिल से धन्यवाद्

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रोवण आळी मनैं बतादे के बिप्ता पडग़ी तेरे म्हंगैरां के दुख दूर करणियां या ताकत सै मेरे म्हं

रोवण आळी मनैं बतादे के बिप्ता पडग़ी तेरे म्हं
गैरां के दुख दूर करणियां या ताकत सै मेरे म्हं

1.
बैठ एकली रोवै सै क्यूं चेहरा हुया उदास तेरा
के सासू नै बोली मारी के बालम बदमाश तेरा
के नणद जिठाणी करैं लड़ाई घर में बाजै बांस तेरा
के देवर सै तेरा हठीला बन्द कर राख्या सांस तेरा
के चोरां नै माल लूट लिया आंधी और अंधेरे म्हं

2.
के घणी कसूती चिठ्ठी आग्यी गोती नाती प्यारे की
के तेरे संग में हुई लड़ाई साबत भाई-चारे की
कोय आवै कोय जाण लागर्या जगत सरां भटियारे की
लिकड़ी होठ्यां चढगी कोठ्यां दुनियां चोब नकारे की
तनै गादड़ आळी रात बणा दी मैं सहम धिका दिया झेरे म्हं
3.
बैठ कै एकली रोवै सै के सिर पै खसम गुसांई ना
कई रोज का भूखा सूं मनैं रोटी तक भी खाई ना
डेढ पहर आए नै हो लिया तोसक दरी बिछाई ना
मैं आया था ठहरण खातर तूं भी सुखिया पाई ना
हुई कन्हार पसीना सुख्या सर्छी बड़ै बछेरे म्हं

4.
ले गोदी में रोवै सै के बाप मर्या इस याणे का
सारा भेद खोल कै कहदे काम नहीं शरमाणे का
उसा किसा मनै मतन्या जाणै मैं माणस ठ्योड़ ठिकाने का
पांणची म्हं रहण लागग्या मांगेराम सुसाणे का
पहले मोटर चलाई फेर सांग सीख लिया लखमीचन्द के डेरे म्हं



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सभी रागनी प्रेमिये को ललित जांगड़ा की तरफ से राम राम , हम हरियाणा वासी है और हमारी संस्कृति एक स्यान है, और मुझे गर्व है की में हरियाणा की पवन संस्कति में पला बड़ा हु , मेरी संगीत कला में बहुत बहुत रूचि है में एक अच्छा बैंजो प्लेयर भी हु हिसार जिले में थुराणा गॉव का रहने वाला हु ,

हमारी संस्कृति को कायम रखने में एक छोटा सा सहयोग कर रहा हु , जो हमारे महा कलाकारों की लिखी हुई गयी हुई रागनी, भजन , सांग और अन्य अस्त लिखी कवियों की कलम दवारा पिरोये हुवे छंद आपके सामने ला रहा हु , जो आपको और हमारे कलाकारों का सहयोग करेंगी ,


में २००५ से ब्लॉग्गिंग के बारे में पड़ता आ रहा था , पड़ते पड़ते मुझको भी इस फिल्ड में इंट्रेस्ट आने लगा ऐसे ऐसे होता रहा और में ब्लॉग्गिंग की दुनिआ में उतर पड़ा और देखते ही देखते ऐसी लत लग गई की इसके बिना मुझे नींद तक नहीं आती ये सब आप लोगो का प्यार है जो मुझे यहाँ तक खींच लाया |

आप सब का तह दिल से धन्यवाद्