लगा राजा का दरबार तू जाके सहम विवाद करेगा
कृष्ण धोरे जाके ने तू के फ़रियाद करेगा ...................।
तेरे कैसे रोज भतेरे कृष्ण धोरे आये जा
पेट भरण की खातर उसने अपना यार बताये जा
तिलक चढले पोथी पत्रा पाखंड रोज रचाये जा
योहे जगत का पैसा होगया मांगे जा और खाये जा
तू न्यू सोचे के कृष्ण मेरे नाम जायदाद करेगा ...............।
मेरे आगे भेद छिपाना यो थारी बात ठीक नहीं
में पहरे दार खड़्या ड्योढ़ी प यो तेरा धिंगताना ठीक नहीं
पाटे वस्त्र टूटे लित्तर यो भेष पुराणा ठीक नहीं
इस हालत में कृष्ण जी के धोरे जाना ठीक नहीं
हाथ पकड़के ठादे गा फेर किसने याद करेगा ..............।
समझदार मानष ने अपनी सबते इज्जत प्यारी हो
धर्म छुटज्या जे कर्म फुटज्या घर में धन की हरी हो
जे तू राजा धोरे चाल्या गया इसमें बदनामी म्हारी हो
आज तलाक मने सुण्या नहीं राजा का यार भिखारी हो
आये के दे भीख घाल फेर के इमदाद करेगा ....................।
तम किस मतलब में फिर्या करो म सबका मतलब जाणु सु
राम भगत के चरना के माह सर भी धरना जान्नु सु
सर जाओ चाहे धड़ जाओ में बात पे मरणा जाणु सु
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सभी रागनी प्रेमिये को ललित जांगड़ा की तरफ से राम राम , हम हरियाणा वासी है और हमारी संस्कृति एक स्यान है, और मुझे गर्व है की में हरियाणा की पवन संस्कति में पला बड़ा हु , मेरी संगीत कला में बहुत बहुत रूचि है में एक अच्छा बैंजो प्लेयर भी हु हिसार जिले में थुराणा गॉव का रहने वाला हु ,
हमारी संस्कृति को कायम रखने में एक छोटा सा सहयोग कर रहा हु , जो हमारे महा कलाकारों की लिखी हुई गयी हुई रागनी, भजन , सांग और अन्य अस्त लिखी कवियों की कलम दवारा पिरोये हुवे छंद आपके सामने ला रहा हु , जो आपको और हमारे कलाकारों का सहयोग करेंगी ,
में २००५ से ब्लॉग्गिंग के बारे में पड़ता आ रहा था , पड़ते पड़ते मुझको भी इस फिल्ड में इंट्रेस्ट आने लगा ऐसे ऐसे होता रहा और में ब्लॉग्गिंग की दुनिआ में उतर पड़ा और देखते ही देखते ऐसी लत लग गई की इसके बिना मुझे नींद तक नहीं आती ये सब आप लोगो का प्यार है जो मुझे यहाँ तक खींच लाया |
आप सब का तह दिल से धन्यवाद्