DESCRIPTION:- सभी रागनी प्रेमिये को ललित जांगड़ा की तरफ से राम राम , हमारी संस्कृति को कायम रखने में एक छोटा सा सहयोग कर रहा हु , जो हमारे महा कलाकारों की लिखी हुई गयी हुई रागनी, भजन , सांग और अन्य अस्त लिखी कवियों की कलम दवारा पिरोये हुवे छंद आपके सामने ला रहा हु , जो आपको और हमारे कलाकारों का सहयोग करेंगी , आप सब का तह दिल से धन्यवाद्

Subscribe Us

किसान की मुसीबत नैं जाणै सै किसान लूट-खसोट मचावणियां तूं के जाणै बेईमान

 

किसान की मुसीबत नैं जाणै सै किसान,

लूट-खसोट मचावणियां तूं के जाणै बेईमान,
1
माह, पोह के पाळे म्हं भी लाणा पाणी हो,
दिन रात रहे, जा बंध पै कस्सी बजाणी हो,
गिरड़ी फेरां, सुहागी, कई बै बहाहणी हो,
पाच्छै बीज गेरया जा, आशा हर तैं लाणी हो,
छोट-छोटे पौधे उपजैं जमींदार की ज्यान
2
इन पौध्यां नैं अपणे खून की खुबकाई दे,
ऊंची-ऊंची बाड़ करै और खोद खाई दे,
म्हारे खून के कतरे के दाणे बणे दिखाई दे,
उन दाण्यां नैं तूं लेज्या हम माल उघाई दे,
जमींदार की मौत होया करै चौगुणा लगान,
3
किसान के दुश्मन गिणाऊं सुन्ने, डांगर, ढोर,
कतरा, मकड़ा, काबर, घुग्गी, काग मचावै शोर,
टीड्डी, कड़का, गादड़ लोबा, सूरों तक का जोर,
तोता सिरडी काट कै लेज्या, कोर चूंटज्या मोर,
गोलिए और चिड़िया चुगज्यां, चरज्यां मिरग मैदान,
4
कहै धनपत सिंह तनैं किसान सताए बदमाशी पूरी सै,
अंत को ज्वाल क है सै मिलै जरूरी सै,
म्हारा खून पसीना बंद करकै तनैं भरी तजूरी सै,
ल्या उन बंदयां नैं बांटू या जिसकी मजदूरी सै,
तूं खटरस, मिठरस, शराब, कवाब खा, भूक्खा मरै जिहान,

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

सभी रागनी प्रेमिये को ललित जांगड़ा की तरफ से राम राम , हम हरियाणा वासी है और हमारी संस्कृति एक स्यान है, और मुझे गर्व है की में हरियाणा की पवन संस्कति में पला बड़ा हु , मेरी संगीत कला में बहुत बहुत रूचि है में एक अच्छा बैंजो प्लेयर भी हु हिसार जिले में थुराणा गॉव का रहने वाला हु ,

हमारी संस्कृति को कायम रखने में एक छोटा सा सहयोग कर रहा हु , जो हमारे महा कलाकारों की लिखी हुई गयी हुई रागनी, भजन , सांग और अन्य अस्त लिखी कवियों की कलम दवारा पिरोये हुवे छंद आपके सामने ला रहा हु , जो आपको और हमारे कलाकारों का सहयोग करेंगी ,


में २००५ से ब्लॉग्गिंग के बारे में पड़ता आ रहा था , पड़ते पड़ते मुझको भी इस फिल्ड में इंट्रेस्ट आने लगा ऐसे ऐसे होता रहा और में ब्लॉग्गिंग की दुनिआ में उतर पड़ा और देखते ही देखते ऐसी लत लग गई की इसके बिना मुझे नींद तक नहीं आती ये सब आप लोगो का प्यार है जो मुझे यहाँ तक खींच लाया |

आप सब का तह दिल से धन्यवाद्