DESCRIPTION:- सभी रागनी प्रेमिये को ललित जांगड़ा की तरफ से राम राम , हमारी संस्कृति को कायम रखने में एक छोटा सा सहयोग कर रहा हु , जो हमारे महा कलाकारों की लिखी हुई गयी हुई रागनी, भजन , सांग और अन्य अस्त लिखी कवियों की कलम दवारा पिरोये हुवे छंद आपके सामने ला रहा हु , जो आपको और हमारे कलाकारों का सहयोग करेंगी , आप सब का तह दिल से धन्यवाद्

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तोड़ रहा था फूल बाग में शमशानो में आया ___सोता था में सुख निद्रा में किसने आण जगाया

तोड़ रहा था फूल बाग में शमशानो में आया
सोता था में सुख निद्रा में किसने आण जगाया

खशवोई के फूल खिले हुई चौगरदे हरियाली
काले पीले हरे रोशनी हद ते ज्यादा लाली
आडू आम अनार सन्तरे झुकी हुई डाली
खट्टे मिठे रसदार चरपरे रखवाला था माली
फूलों के भने गुच्छे देखे झुक के हाथ लगाया
चक्कर खाके पड़ा धरती में फिर बोलण ना पाया


कौन सुनै किसते, कहदू मेरी कोन्या पार बसावै
पंख नहीं बीन पंख पड़ा में उडू उड़ा नही जावे
व्याकुल जान हुई मेरी माता ने कौण बतावै
शीश फोड़ के मारज्यागा जै पिता मेरा सुन पावै
जबां सूज़ के मोटी होगी मै मरने लगा तिसाया
गया, कांप कालजा कंठ रुकगे सिर जाता नहीं हिलाया-


स्वर्ग लोक में जा देख्या जितना कोई कर्म टले
कई तकियो उपर लेट रहे से सिर पर चंवर ढले
कमरे की झांकी मै की मने देख्या स्वर्ग तले
कही तेल कडाही तपी हुई कही ठाडी आग जले
बिच्छु भिरड ततैये थे सर्पों ने मुंह बाया 
तपो जगह पर घाम पड़े थी बर्फ बीच छाया 

दक्षिण कानी नजर पड़ी जित लागे थी किलकारी
ठा-ठा गैरे बीच आग के व्याकुल शे वड़े मारी
कुंटते देखे चोर जुवारी डाकू व्याभी चारी
प्यास में मटिया तेल मिले भूख में नमक खारी
गुरुहरिश्चंद्र कह होती देखी गुरुओ पर दाया
मुन्शीराम कह कई रंग की रंच राखी माया


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सभी रागनी प्रेमिये को ललित जांगड़ा की तरफ से राम राम , हम हरियाणा वासी है और हमारी संस्कृति एक स्यान है, और मुझे गर्व है की में हरियाणा की पवन संस्कति में पला बड़ा हु , मेरी संगीत कला में बहुत बहुत रूचि है में एक अच्छा बैंजो प्लेयर भी हु हिसार जिले में थुराणा गॉव का रहने वाला हु ,

हमारी संस्कृति को कायम रखने में एक छोटा सा सहयोग कर रहा हु , जो हमारे महा कलाकारों की लिखी हुई गयी हुई रागनी, भजन , सांग और अन्य अस्त लिखी कवियों की कलम दवारा पिरोये हुवे छंद आपके सामने ला रहा हु , जो आपको और हमारे कलाकारों का सहयोग करेंगी ,


में २००५ से ब्लॉग्गिंग के बारे में पड़ता आ रहा था , पड़ते पड़ते मुझको भी इस फिल्ड में इंट्रेस्ट आने लगा ऐसे ऐसे होता रहा और में ब्लॉग्गिंग की दुनिआ में उतर पड़ा और देखते ही देखते ऐसी लत लग गई की इसके बिना मुझे नींद तक नहीं आती ये सब आप लोगो का प्यार है जो मुझे यहाँ तक खींच लाया |

आप सब का तह दिल से धन्यवाद्