श्री कृष्ण धोरे चाल्या जा क्यों बार करे से
भीड़ पड़ी में मदद यार की यार करे से .............................। टेक
वो न्यायकारी गिर्वर्धारि त्रिलोकी सच्चा भगवान
ना करता टाला बांधे पाला, चन्द्रमा सी इसकी श्यान
ना देर करे वो मेहर करे , धरके ने ईशवर का ध्यान
तू साफ़ कह दिए ब्यान , ना इंकार करे से ...............................।
चाल्या जाइये मत घबराइए मेट दे सारी अलसेट
संकट काटे कोन्या नाटे, दुःख दर्द ने देगा मेट
सुण के वाणी मन में ठानी , फेर बँधे काया में ढेठ
खुला रहे से गेट वो इंतजार करे से ...........................................।
मुश्किल हटी विपता काटी कुछ ना पार बसाई हो
ये दिन आगये मरते मरते कद लग करू समायी हो
पीला गात उदास होरया चेहरे पे जरदाईहो
में चावल मांग के ल्याई क्यों भरतार डरे से ...............................।
गुरु बलवंत सिंह फूल खिले जब आस पास में मुलाकात
गाल में माला रटन लागरे मीठी मीठी बात होगी
सबका प्यारा कोन्या न्यारा कोई ना दुभाँत होगी
कह रामकुमार का साथी सच्चा प्यार करे से ................................।
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सभी रागनी प्रेमिये को ललित जांगड़ा की तरफ से राम राम , हम हरियाणा वासी है और हमारी संस्कृति एक स्यान है, और मुझे गर्व है की में हरियाणा की पवन संस्कति में पला बड़ा हु , मेरी संगीत कला में बहुत बहुत रूचि है में एक अच्छा बैंजो प्लेयर भी हु हिसार जिले में थुराणा गॉव का रहने वाला हु ,
हमारी संस्कृति को कायम रखने में एक छोटा सा सहयोग कर रहा हु , जो हमारे महा कलाकारों की लिखी हुई गयी हुई रागनी, भजन , सांग और अन्य अस्त लिखी कवियों की कलम दवारा पिरोये हुवे छंद आपके सामने ला रहा हु , जो आपको और हमारे कलाकारों का सहयोग करेंगी ,
में २००५ से ब्लॉग्गिंग के बारे में पड़ता आ रहा था , पड़ते पड़ते मुझको भी इस फिल्ड में इंट्रेस्ट आने लगा ऐसे ऐसे होता रहा और में ब्लॉग्गिंग की दुनिआ में उतर पड़ा और देखते ही देखते ऐसी लत लग गई की इसके बिना मुझे नींद तक नहीं आती ये सब आप लोगो का प्यार है जो मुझे यहाँ तक खींच लाया |
आप सब का तह दिल से धन्यवाद्