DESCRIPTION:- सभी रागनी प्रेमिये को ललित जांगड़ा की तरफ से राम राम , हमारी संस्कृति को कायम रखने में एक छोटा सा सहयोग कर रहा हु , जो हमारे महा कलाकारों की लिखी हुई गयी हुई रागनी, भजन , सांग और अन्य अस्त लिखी कवियों की कलम दवारा पिरोये हुवे छंद आपके सामने ला रहा हु , जो आपको और हमारे कलाकारों का सहयोग करेंगी , आप सब का तह दिल से धन्यवाद्

Subscribe Us

तुम कह्या करो थे पिया जी से कृष्ण मेरा यार || उसके धोरे चल्या जाइये तेरा उसका प्यार

तुम कह्या करो थे पिया जी से कृष्ण मेरा यार 

उसके धोरे चल्या जाइये तेरा उसका प्यार 


गिरते मानष के निचे वो हाथ देन आला

वो अपना गात देन आला , वो सबका साथ देंन आला 

सोना घात देन आला वो सबका साहूकार ..................। 


धुप और छाया काया लगया धन माया का ढेर 

बता तू के करले गए फेर चढ़ा यु करदे का छेर

जे फिरजय मेहर श्री कृष्ण की हो म्हारा भी उधार.................। 


जे तू जेक मांगे गए तने मूल नहीं नाटे

तेरे सारे साटे साटे तेरे ते न न्यारा पाटे

म्हारी सारी विप[ता काटे सच्चा कृष्ण मुरार .....................। 


सब दुनिया के महल हवेली तेरी टूटी छान से 

उसने सबका ध्यान से , क्योकि वो खुद भगवान से 

सर्व शक्तिमान से , सच्चा सर्जन हार .........................। 


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

सभी रागनी प्रेमिये को ललित जांगड़ा की तरफ से राम राम , हम हरियाणा वासी है और हमारी संस्कृति एक स्यान है, और मुझे गर्व है की में हरियाणा की पवन संस्कति में पला बड़ा हु , मेरी संगीत कला में बहुत बहुत रूचि है में एक अच्छा बैंजो प्लेयर भी हु हिसार जिले में थुराणा गॉव का रहने वाला हु ,

हमारी संस्कृति को कायम रखने में एक छोटा सा सहयोग कर रहा हु , जो हमारे महा कलाकारों की लिखी हुई गयी हुई रागनी, भजन , सांग और अन्य अस्त लिखी कवियों की कलम दवारा पिरोये हुवे छंद आपके सामने ला रहा हु , जो आपको और हमारे कलाकारों का सहयोग करेंगी ,


में २००५ से ब्लॉग्गिंग के बारे में पड़ता आ रहा था , पड़ते पड़ते मुझको भी इस फिल्ड में इंट्रेस्ट आने लगा ऐसे ऐसे होता रहा और में ब्लॉग्गिंग की दुनिआ में उतर पड़ा और देखते ही देखते ऐसी लत लग गई की इसके बिना मुझे नींद तक नहीं आती ये सब आप लोगो का प्यार है जो मुझे यहाँ तक खींच लाया |

आप सब का तह दिल से धन्यवाद्