गैर के मोह म फास के न तू जिंदगी खोवे गा पता न कोण कड़े की चाँद किरण किट टोह्वेगा
गैर के मोह म फास के न तू जिंदगी खोवे गा
पता न कोण कड़े की चाँद किरण किट टोह्वेगा
बहम की दुनिया म मिलती कोई दवाई ना
दूसरी ल्यावे के घर म तेरे लुगाई ना
के आगयी ध्यान तेरे म , बता के कसर मेरे म
या दुनिया पागल कहे गी और के गैल फिरे म -२
मानज्या मेरी ना फेर पाछे दुखी होवेगा। ........
न पहलम आली बात और यो ढंग तेरा
फोटू आली प स ध्यान मलंग तेरा
तू मतन्या तोड़ बगावे, दूसरी क्यों घर म ल्यावे
म कुछ भी बोल सकू ना हो कोन्या पार बसावे -२
म अकेली सोउ तू मेरी शोक धोरे सोवेगा। .......
हाथ म फोटू या और स बात तेरी
मानज्या पिया ना त बिगड़े गई जात तेरी
तू मत ना करे मन मानी , काम ना यो आसानी
मन तू छोड़ के जागा ,या तड़फे मेरी जवानी -२
याद मने करके भरतार मेरे तू रोवेगा। .......
या घर की खांड किरकरी , चोरी का या मीठा राला
रामकुमार मेरे पिया कर रया क्यू इतना चाला
कहूँगी बालकिशन त , म उसने चाहु मन त
तू मतन्या हाथ लगावे हो बचज्या इसे भिगन त -२
करुँगी सेवा ज तू दाग जिगर के धोवे गा.........
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सभी रागनी प्रेमिये को ललित जांगड़ा की तरफ से राम राम , हम हरियाणा वासी है और हमारी संस्कृति एक स्यान है, और मुझे गर्व है की में हरियाणा की पवन संस्कति में पला बड़ा हु , मेरी संगीत कला में बहुत बहुत रूचि है में एक अच्छा बैंजो प्लेयर भी हु हिसार जिले में थुराणा गॉव का रहने वाला हु ,
हमारी संस्कृति को कायम रखने में एक छोटा सा सहयोग कर रहा हु , जो हमारे महा कलाकारों की लिखी हुई गयी हुई रागनी, भजन , सांग और अन्य अस्त लिखी कवियों की कलम दवारा पिरोये हुवे छंद आपके सामने ला रहा हु , जो आपको और हमारे कलाकारों का सहयोग करेंगी ,
में २००५ से ब्लॉग्गिंग के बारे में पड़ता आ रहा था , पड़ते पड़ते मुझको भी इस फिल्ड में इंट्रेस्ट आने लगा ऐसे ऐसे होता रहा और में ब्लॉग्गिंग की दुनिआ में उतर पड़ा और देखते ही देखते ऐसी लत लग गई की इसके बिना मुझे नींद तक नहीं आती ये सब आप लोगो का प्यार है जो मुझे यहाँ तक खींच लाया |
आप सब का तह दिल से धन्यवाद्